Ananya Pandey

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हमारे कौन हो तुम -16-Jan-2022

नमन मंच
मुक्त विषय

हमारे कौन हो तुम...???

मेरी रूह का हर एहसास हो तुम,
वो प्रेम जो दिल में उपजा पहली बार,
कमज़ोर से दिल में.....
तुम्हारे छूने से ,
उस प्रेम का जो महसूस होता हैं,
किसी अपने के कंधे पर ,
सिर रखने में.....
इंतजार हो तुम,
उस रात की,
जो लड़की सजाती है,
अपनें सपनों में,
अपने दिल में ....
जो हमारे दिल ने किया था,
प्रेम की प्रेम से....
उस सपने की हक़ीक़त हो तुम,
मेरा प्रेम हो तुम......

प्रिया पाण्डेय "रोशनी"
हुगली, पश्चिम बंगाल

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3 Comments

Raushan

16-Jan-2022 04:52 PM

Waah

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Arjun kumar

16-Jan-2022 04:43 PM

good

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Zakirhusain Abbas Chougule

16-Jan-2022 03:53 PM

Bahut khoob

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